आसमान से आया फरिश्ता, प्यार का सबक सिखलाने - The Indic Lyrics Database

आसमान से आया फरिश्ता, प्यार का सबक सिखलाने

गीतकार - हसरत जयपुरी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - शंकर - जयकिशन | फ़िल्म - एन ईव्निंग इन पेरिस | वर्ष - 1967

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आसमान से आया फरिश्ता
प्यार का सबक सिखलाने
दिल में है तस्वीर यार की लाया हूँ वो दिखलाने
कहो प्यार है तुमसे
जा जा
ओ जाना कहो प्यार है तुमसे
जा जा जा
सीखो, ज़रा सीखो अंदाज़ प्यार का हमसे तुम
कर लो, अजी कर लो इक़रार प्यार का हमसे तुम
दिलबर तेरी खातिर मैं चाँद छोड़कर आया हूँ
देने नज़राना, मैं अपने प्यार को लाया हूँ
साया हूँ मैं तेरा, तेरे साथ साथ ही आऊंगा
आशिक़ हूँ मैं तेरा, बाहों से बाँध ले जाऊंगा