ना जा कहीं अब ना जा दिल के शिवा - The Indic Lyrics Database

ना जा कहीं अब ना जा दिल के शिवा

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - मेरे हमदम मेरे दोस्त | वर्ष - 1968

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न जा कहीं अब न जा दिल के सिवा
है यही दिल कूचा तेरा
ऐ मेरे हम्दम मेरे दोस्त
ना जा कहीं अब न जा ...आज सहर-ए-दिल में चलके
सूरत-ए-चिराग़ जलके
झुकी झुकी निगाह की
काजल से दिल पे
लिखे आ नाम-ए-वफ़ा~
ना जा कहीं अब न जा ...आके खून-ए-दिल मिलाके
भर दूँ इन लबों के खाके
बुझा भुझा बदन तेरा
कमल कमल खिला के
खिला दूँ रंग-ए-हिना~
ना जा कहीं अब न जा ...