गीतकार - प्रसून जोशी | गायक - सुनिधी चौहान - सोनू निगम | संगीत - जतिन - ललित | फ़िल्म - फ़ना | वर्ष - 2006
View in Romanये साजिश है बूंदों की कोई ख़्वाहिश है चुप-चुप सी
देखो ना, देखो ना
हवा कुछ हौले-हौले
जुबां से क्या कुछ बोले
क्यों दूरी है अब दरमियाँ
देखो ना, देखो ना
फिर न हवाएं होंगी इतनी बेशरम
फिर ना डगमग-डगमग होंगे ये कदम
सावन ये सीधा नहीं खूफ़िया बड़ा
कुछ तो बरसते हुए कह रहा
समझो ना, समझो ना
जुगनूँ जैसी चाहत देखो जले बुझे
मीठी सी मुश्किल है कोई क्या करे
होंठों की अर्ज़ी ऐसे ठुकराओ ना
साँसों की मर्ज़ी को झुठलाओ ना
छू लो ना, छू लो ना
हवा कुछ हौले-हौले, जुबां से क्या कुछ बोले
ना दूरी है अब दरमियाँ
देखो ना, देखो ना