कारी कारी अँधियारी रात में - The Indic Lyrics Database

कारी कारी अँधियारी रात में

गीतकार - भरत व्यास | गायक - लता | संगीत - पंडित गोबिंद राम | फ़िल्म - जलपरी | वर्ष - 1952

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कारी कारी अँधियारी रात में
कारे कारे बादरवा चाए
ऐसे में कहीं मेरा चाँद
निकल आए तो मज़ा आए
मेरे मन में चाई उदासी रे
मैं पिया मिलन की प्यासी रे
मैं कब से खड़ी हूँ राह में
नैनों के दीप जलाये
ऐसे में कहीन मेरा चाँद
निकल आए तो मज़ा आए
कारी कारी अँधियारी
भर आई अँखियां मोरी रे
चन्दा से दूर चकोरी रे
मैं बिरहन काट सकूँ पल छिन
हृदय में आस लगाए
ऐसे में कहीं मेरा चाँद
निकल आए तो मज़ा आए
कारी कारी अँधियारी