आशाओं के सावन में, उमंगों की बहार में - The Indic Lyrics Database

आशाओं के सावन में, उमंगों की बहार में

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - लता - रफी | संगीत - लक्ष्मीकांत प्यारेलाल | फ़िल्म - आशा | वर्ष - 1980

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आशाओं के सावन में, उमंगों की बहार में
तुम मुझ को ढूंढो, मैं खो जाऊँ प्यार में
सूर से ये जीवन संगीत बना
तेरी पायल छनकी गीत बना
छमछम घूंगरु गाते हैं, आओ तुम्हें हम पहनाते हैं
गीत पीरों के इन साँसों के हार में
जलते अंगारों को छेड गई
रुत मन के तारों को छेड गई
मन में दिप जले सरगम से, सात सूरों के इस संगम से
ये सपनों के फूल खिले संसार में