आपने हुज़ूर मुझे - The Indic Lyrics Database

आपने हुज़ूर मुझे

गीतकार - किदार शर्मा | गायक - मोहम्मद रफी - सुमन कल्याणपूर | संगीत - स्नेहल भटकर | फ़िल्म - फरियाद | वर्ष - 1964

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आपने हुज़ूर मुझे
क्या से क्या बना दिया
ख़ाक से उठाया
आसमान पे बिठा दिया
मेहरबानी मेहरबानी
मेहरबानी मेहरबानी
मेरी तेरे दम से
तेरी मेरे दम से
है ये ज़िन्दगानी
ज़िन्दगानी ज़िन्दगानी
मेहरबानी मेहरबानी
चाँद की नज़र न लगे आज
आ नज़र उतार दूँ
साथ साथ नैन मिलाके आज
ज़िन्दगी सँवार दूँ
ले लिया है आप का दिल
दे दिया है अपना दिल
निशान-ए-दिल निशान-ए-दिल
निशानी
मेहरबानी मेहरबानी
बात कहते कहते तुम जो हँस दिए
फूल मुस्कुरा दिए
तारे जुगनू बनके देखने हमें
आसमाँ से आ गए
रूप कह रहा है
और प्रीत सुन रही है ये कहानी
ये कहानी ये कहानी
मेहरबानी मेहरबानी