ख़ामोश हैं सितारे और रात रो रही है - The Indic Lyrics Database

ख़ामोश हैं सितारे और रात रो रही है

गीतकार - सरस्वती कुमार दीपक | गायक - तलत महमूद | संगीत - एस डी बातीश | फ़िल्म - हरजीत | वर्ष - 1954

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ख़ामोश हैं सितारे और रात रो रही है
तेरे बग़ैर दुनिया वीरान हो रही है
टूटा हुआ है ये दिल रूठी हुई है क़िस्मत
ओ बेवफ़ा बता दे क्यूँ तू ने की मुहब्बत
आँखों की बदलियों से बरसात हो रही है
भटका हुआ मुसाफ़िर टूटा हुआ सितारा
कश्ती मेरी भँवर में और दूर है किनारा
जागे हैं चाँद तारे तक़दीर सो रही है