कोई बेचारा दिल को खो करो - The Indic Lyrics Database

कोई बेचारा दिल को खो करो

गीतकार - गुलजार | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - हेमंत कुमार | फ़िल्म - सन्नाटा | वर्ष - 1966

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कोई बेचारा, कोई बेचारा
दिल को खोकर खोज रहा है चाहत का माराजैसे जैसे बूँद बूँद चाँद घुलेगा
अँखियों में एक और ख़ाब घुलेगा
रोशनी की दूर दूर धूल उड़ेगी
धीरे धीरे रास्ता ये राज़ खुलेगा
एक दीवाना जाग रहा है सपनों का मारा
कोई बेचारा ...मत जाओ ओस के शीशों से पाँव न कट जाएँ
ज़रा राहों से ये काँच उठा लूँ
बैरी चाँदनी की आँच बुझा लूँ
मत जाओ ओस के शीशों से पाँव न कट जाएँझुक गयी है आँख तो सलाम किया होगा
दिल ने शायद हँसके तेर नाम लिया होगा
कल क्या होगा आज न जाने राही बंजारा
कोई बेचारा ...