तुम तो दिल के तार छेड कर हो गए बेखबर - The Indic Lyrics Database

तुम तो दिल के तार छेड कर हो गए बेखबर

गीतकार - हसरत जयपुरी | गायक - तलत मेहमूद | संगीत - रामलाल | फ़िल्म - सेहरा | वर्ष - 1963

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तुम तो दिल के तार छेड़कर हो गये बेख़बर
चाँद के तले जलेंगे हम ऐ सनम रातभर
तुम को नींद आएगी, तुम तो सो ही जाओगे
किस का ले लिया है दिल ये भी भूल जाओगे
ये तो कह दो, एक बार ख्वाब में तो आओगे
अपनी एक और रात उलझनों में जाएगी
शोख़ शोख़ वो अदा हमको याद आएगी
मस्त मस्त हर नज़र दर्द बन के छाएगी
आज सब्र का भी हाथ हम से छूटने लगा
अब तो बात बात पर दिल भी रूठने लगा
क्या गजब है हर कोई हम को लूटने लगा