आपके प्यार में हम सँवरने लगे - The Indic Lyrics Database

आपके प्यार में हम सँवरने लगे

गीतकार - समीर | गायक - अलका याज्ञनिक | संगीत - नदीम - श्रावण | फ़िल्म - राज़ | वर्ष - 2000

View in Roman

आपके प्यार में हम सँवरने लगे
देखके आपको हम निखरने लगे
इस कदर आपसे हमको मोहब्बत हुई
टूट के बाजुओं में बिखरने लगे
आप जो इस तरह से तड़पाएंगे
ऐसे आलम में पागल हो जाएंगे
वो मिल गया जिसकी हमें कब से तलाश थी
बेचैन सी इन साँसों में जन्मों की प्यास थी
जिस्म से रूह में हम उतरने लगे
रूप की आंच से तन पिघल जाएगा
आग लग जाएगी मन मचल जाएगा
ये लब ज़रा टकराए जो दिलबर के होंठ से
चिंगारियां उड़ने लगी शबनम की चोट से
हम सनम हद से आगे गुज़रने लगे