फुलों ने हुस्न की वाडियों में - The Indic Lyrics Database

फुलों ने हुस्न की वाडियों में

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - किशोर कुमार | संगीत - आर डी बर्मन | फ़िल्म - शौकीन | वर्ष - 1982

View in Roman

फूलो ने बहरो से
बहरो ने नज़रो से
नज़रो ने सितारो से कहा
लहरो ने किनारो ने
किनारो ने ये धारो से
धारो ने हज़ारो से कहा

की हुस्न की वादियों में
इश्क़ पलता रहेगा
हुस्न की वादियों में
इश्क़ पलता रहेगा
जब तक रहेगी ये दुनिया
जब तक रहेगी ये दुनिया
प्यार हो प्यार होता रहेगा
हो प्यार होता रहेगा
हो प्यार होता रहेगा
हुस्न की वादियों में
इश्क़ पलता रहेगा

मिले थे हम नसीब से
ये जानती हूँ मैं
मिले थे हम नसीब से
ये जानती हूँ मैं
रिश्ता जनम जनम का
है ये मानती हूँ मैं

प्यार हो प्यार होता रहेगा
हो प्यार होता रहेगा
हुस्न की वादियों में
इश्क़ पलता रहेगा

तू पहलु में बैठी हो मेरे
हाथों में हो हाथ तेरा
तू पहलु में बैठी हो मेरे
हाथों में हो हाथ तेरा
ऐसे मिले फिर न टूटे
बहू का ये नरम घेरा
वफ़ा से जो हमने जलाया
वो दीप जलता रहेगा
प्यार हो प्यार होता रहेगा
हो प्यार होता रहेगा

हुस्न की वादियों में
इश्क़ पलता रहेगा
जब तक रहेगी ये दुनिया
जब तक रहेगी ये दुनिया
प्यार हो प्यार होता रहेगा
हो प्यार होता रहेगा
प्यार होता रहेगा
हो प्यार होता रहेगा.