काहे नैनों में नैना डाले रे - The Indic Lyrics Database

काहे नैनों में नैना डाले रे

गीतकार - बूटा रामी | गायक - शमशाद | संगीत - बुलो सी रानी | फ़िल्म - जोगन | वर्ष - 1950

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काहे नैनों में नैना डाले रे
हो परदेसिया
नैनों में नैना डाले रे
काहे नैनों में नैना डाले रे
काहे नैनों में
नज़र नज़र से मिली और दिल निढाल हुआ
क़ुसूर किसका मरा कोई ये क़माल हुआ
तुम्हारे चाहने वालों का ख़ूब हाल हुआ
के जीना एक तरफ़ मरना भी मुहाल हुआ
हो परदेसिया
नैनों में नैना डाले रे
काहे नैनों में
काहे नैनों में नैना डाले रे
काहे नैनों में
अदा के तीर का हो कर शिकार बैठे हैं
जिगर को थामे हुये बेक़रार बैठे हैं
निगाह-ए-लुत्फ़ के उम्मीदवार बैठे हैं
तुम्हारे सामने बेइख़्थियार बैठे हैं
हो परदेसिया
नैनों में नैना डाले रे
काहे नैनों में
काहे नैनों में नैना डाले रे
काहे नैनों में
जो दिल में बसे हो तो प्यार बन के रहो
सदाबहार चमन की बहार बन के रहो
हमरे पहलू में चैन-ओ-क़रार बन के रहो
निगाहें मिलने की इक यादगार बन के रहो
हो परदेसिया
नैनों में नैना डाले रे
काहे नैनों में
काहे नैनों में नैना डाले रे
हो परदेसिया
नैनों में नैना डाले रे
काहे नैनों में