दीप जल रहा है मगर रोशनी कहाँ - The Indic Lyrics Database

दीप जल रहा है मगर रोशनी कहाँ

गीतकार - भरत व्यास | गायक - तलत महमूद | संगीत - अविनाश व्यास | फ़िल्म - अंधेर नगरी चौपट राजा | वर्ष - 1955

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दीप जल रहा है मगर रोशनी कहाँ
साँस चल रही है मगर ज़िन्दगी कहाँ

ढाए जा सितम पे तू सितम मेरे जहाँ
जी रहे हैं ग़म से हम ओ बेरहम यहाँ
चाँद खिल रहा है मगर चाँदनी कहाँ

क्या सज़ा दें उनको जिनका ये क़ुसूर है
दिल के पास है मगर नज़र से दूर है
सुर मचल रहे हैं मगर बाँसुरी कहाँ$