जियूँगा जब तलक तेरे फ़साने याद आयेंगे - The Indic Lyrics Database

जियूँगा जब तलक तेरे फ़साने याद आयेंगे

गीतकार - साहिर | गायक - तलत | संगीत - मनोहर | फ़िल्म - चिंगारी | वर्ष - 1955

View in Roman

जियूँगा जब तलक तेरे फ़साने याद आयेंगे
कसक बनकर मुहब्बत के तराने याद आयेंगे
मुझे तो ज़िंदगी भर अब तेरी यादों पे जीना है
तेरी यादों पे जीना है
तुझे भी क्या कभी गुज़रे ज़माने याद आयेंगे
कहीं गूँजेगी शहनाई तो लेगा दर्द अंगड़ाई
तो लेगा दर्द अंगड़ाई
हज़ारों ग़म तेरे ग़म के बहाने याद आयेंगे
कसक बनकर मुहब्बत के तराने याद आयेंगे
जियूँगा जब तलक तेरे फ़साने याद आयेंगे