पिया मैं हूँ पतंग तू डोर मैं उड़ती - The Indic Lyrics Database

पिया मैं हूँ पतंग तू डोर मैं उड़ती

गीतकार - जान निसार अख्तर | गायक - किशोर, आशा | संगीत - ओपी नैय्यर | फ़िल्म - रागिनी | वर्ष - 1958

View in Roman

ओ ओ ओ आ आ आ आ आ
पिया मैं हूँ पतंग तू डोर
मैं उड़ती चारों ओर
( मेरा दिल ये जवाँ रहे बस में कहाँ
जब छाए घटा घनघोर )
( ठंडी हवा नाचे लहराए
प्यार की बदली दिल पर छाए )
( झूम के तन-मन मेरा गाए
हाय रे आँचल उड़ता जाए )
आँचल उड़ता जाए
पिया मैं हूँ पतंग
( बाँकी अदा नयना मतवाले
चाल नई अंदाज़ निराले )
( प्यार का जादू दिल पर डाले
आँख मिला कर नींद चुरा ले )
नींद चुरा ले
हाय मेरी गोरी रंगीली चोर
यूँ देखे हमरी ओर
तीखी-तीखी ये नज़र जाए दिल में उतर
कुछ हाय चले ना ज़ोर
पिया मैं हूँ पतंग
( झूमें जिया बाजे शहनाई
रात सुहानी सपने लाई )
चाँद ने हँस कर आँख मिलाई
मस्त जवानी ले अंगड़ाई )
ले अंगड़ाई
पिया मैं हूँ पतंग