गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - आशा भोसले | संगीत - सचिन देव बर्मन | फ़िल्म - बंबई का बाबू | वर्ष - 1960
View in Romanदेखने मे भोला है दिल का सलोना
बंबई से आया है बाबू चिनन्ना
गली गली गाँव की रे जागी है सोते सोते
फिर से लागे है ऐसा फिर से लागे है ऐसा
हुए हम छोटे छोटे
संग लेके आया है मेरा बचपना
बंबई से आया है बाबू चिनन्ना
निकी मुन्नी, नूर बेगम उसे ना बनाना जी
हसीनो का शहज़ादा है हसीनो का शहज़ादा है
हँसी ना उड़ाना जी
दिल उड़ा ले जाएगा छोड़ो बचपना
बंबई से आया है बाबू चिनन्ना
सुनो मगर शहज़ादे जी कही भूल मत जाना
बुरी है यह नैनोवाली, बुरी है यह नैनोवाली
बनाती है दीवाना
गाँव है यह परियों का दिल को बचना
बंबई से आया है बाबू चिनन्ना