फूल खिले हैं गुलशन में - The Indic Lyrics Database

फूल खिले हैं गुलशन में

गीतकार - सुरजीत सेठी | गायक - सुरैया | संगीत - एस मोहिंदर | फ़िल्म - निली | वर्ष - 1950

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( फूल खिले हैं गुलशन में
तू भी देख ले मैं भी देख लूँ )
कौन बसा है धड़कन में
तू भी देख ले मैं भी देख लूँ
फूल खिले हैं गुलशन में
तू भी देख ले मैं भी देख लूँ
दिल ने ली है क्यूँ अंगड़ाई
हो नज़र है क्यूँ शरमाई
किसके मस्त इशारे पा कर
ऐसी मस्ती छाई
अपने दिल के दरपन में
तू भी देख ले मैं भी देख लूँ
फूल खिले हैं गुलशन में
तू भी देख ले मैं भी देख लूँ
उड़ते बादल करें इशारे
आ जा पास हमारे
हम-तुम मौज उढ़ायें जैसे
खेलें चाँद-सितारे
प्यार बसा कर तन-मन में
तू भी देख ले मैं भी देख लूँ
फूल खिले हैं गुलशन में
तू भी देख ले मैं भी देख लूँ
कलियों ने भी नई अदा से
हो है मुस्काना सीखा
बुलबुल ने कोई छेड़ के नगमा
प्यार जताना सीखा
सब हैं अपनी ही धुन में
तू भी देख ले मैं भी देख लूँ
फूल खिले हैं गुलशन में
तू भी देख ले मैं भी देख लूँ