गुम है किसी के प्यार में - The Indic Lyrics Database

गुम है किसी के प्यार में

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - लता - किशोर | संगीत - राहुल देव बर्मन | फ़िल्म - रामपूर का लक्ष्मण | वर्ष - 1972

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गुम है किसी के प्यार में
दिल सुबह शाम
पर तुम्हें लिख नहीं पाऊं
मैं उसका नाम, हाए राम
सोचा है एक दिन मैं उससे मिल के
कह डालूँ अपने सब हाल दिल के
और कर दूँ जीवन उसके हवाले
फिर छोड़ दे चाहे अपना बना ले
मैं तो उसका रे, हुआ दीवाना
अब तो जैसा भी, मेरा हो अंजाम
चाहा है तुमने जिस बावरी को
वो भी सजनवा, चाहे तुम ही को
नैना उठाए, तो प्यार समझो
पलकें झुका दे तो, इक़रार समझो
रखती है कब से, छुपा छुपा के
अपने होठों में पिया तेरा नाम