झन-झन झनन-झनन बाजे दिल का सितार - The Indic Lyrics Database

झन-झन झनन-झनन बाजे दिल का सितार

गीतकार - असद जाफ़री | गायक - सुरैया | संगीत - NA | फ़िल्म - शक्ति | वर्ष - 1948

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झूठे हैं सब सपने सुहाने

झूठे हैं सब सपने सुहाने

झूठे सब सपने सुहाने

झूठे हैं

मूरख मन कछु जाने

सपने सुहाने

झूठे हैं सब सपने सुहाने

झूठे सब सपने सुहाने

जोजो सुख तक़दीर में नहीं होते

मिल जाते हैं सोतेसोते

जब जागे दिल बातबात पर ढूँढे है

रोने के बहाने

झूठे हैं

जब जागे दिल बातबात पर ढूँढे है

रोने के बहाने

झूठे हैं सब सपने सुहाने

झूठे सब सपने सुहाने

जो दिल ले कर आँख चुराते हैं

आप सपन में मिलने आते हैं

दिल चाहे लम्बा हो सुपना

फिर कब मिलें पिया कौन जाने

झूठे हैं

दिल चाहे लम्बा हो सपना

फिर कब मिले पिया कब जाने

झूठे हैं सब सपने सुहाने

झूठे सब सपने सुहाने

झूठे हैं

मूरख मन कछु जाने

सपन सुहाने

झूठे हैं सब सपने सुहाने

झूठे सब सपने सुहाने

झूठे हैं