झूले में पवन के आई बहार - The Indic Lyrics Database

झूले में पवन के आई बहार

गीतकार - शकील | गायक - लता, रफी | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - बैजू बावरा | वर्ष - 1952

View in Roman

झूले में पवन के आई बहार
नैनों में नया रंग लाई बहार
प्यार छलके हो प्यार छलके

डोले मन मोरा सजना
डोले मन मोरा
हो जी हो
डोले मन मोरा सजना
चूनरिया बार-बार ढलके
झूले में पवन के आई बहार
प्यार छलके हो प्यार छलके
ओ ओ ओ
मेरी तान से ऊँचा तेरा झूलना गोरी
मेरे झूलने के संग तेरे प्यार की डोरी
तू है जीवन सिंगार
प्यार छलके
झूले में पवन के आई बहार
प्यार छलके हो प्यार छलके
ओ ओ ओ
बादल झूम के आये गागर प्यार की लाये
कोयल कूकती जाये बन में मोर भी गाये
छेड़ें हम-तुम मल्हार
प्यार छलके
आ आ आ
छेड़ें हम-तुम मल्हार
झूले में पवन के आई बहार
नैनों में नया रंग लाई बहार
प्यार छलके हो प्यार छलके
हो हो प्यार छलके