जब भी कोई कंगना बोले पायल छनाक जाये - The Indic Lyrics Database

जब भी कोई कंगना बोले पायल छनाक जाये

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - किशोर कुमार | संगीत - आर डी बर्मन | फ़िल्म - शौकीन | वर्ष - 1982

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जब भी कोई कंगना बोले पायल छनक जाये
सोयी सोयी दिल की धड़कन सुलग सुलग जाये
करूँ जतन लाख मगर मन मचल मचल जाये
मचल मचल जाये, जब भी कोई कंगना बोलेछलक गये रंग जहाँ पर उलझ गये नैना रे नैना
उलझ गये नैना
पाये नहीं मन बंजारा कहीं भी ये चैना रे चैना
कहीं भी ये चैना
मेरे मन की प्यास अधूरी मुझे भटकाये,
जब भी कोई कंगना बोलेकली कली झूमे रे भंवरा अगन पे जल जाये पतंगा
अगन पे जल जाये
चंदा को चकोर निहारे इसी में सुख पाये रे पाये
इसी में सुख पाये
जीवन से ये रस का बंधन तोड़ा नहीं जाये,
जब भी कोई कंगना बोले