शते बस रिश्ते होते हैं - The Indic Lyrics Database

शते बस रिश्ते होते हैं

गीतकार - गुलजार | गायक - किशोर कुमार | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - गहराई | वर्ष - 1980

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रिश्ते बस रिश्ते होते हैं
कुछ इक पल के, कुछ दो पल केरिश्ते बस रिश्ते होते हैंकुछ परों से हल्के होते हैं
बरसों के तले चलते चलते
भारेए भरकम हो जाते हैंकुछ भारेए भरकम बर्फ़ के से
बर्सों के तले गलते गलते
हलके फ़ुल्के हो जाते हैंरिश्ते बस रिश्ते होते हैंनाम होते हैं कुछ रिश्तों के
कुछ रिश्ते नाम के होते हैं
रिश्ता वो अगर मर भी जाए तो
बस नाम से जेएना होता हैबस नाम से जेएना होता हैरिश्ते बस रिश्ते होते हैं