चलें जैसे हवाएं सनन सनन - The Indic Lyrics Database

चलें जैसे हवाएं सनन सनन

गीतकार - जावेद अख्तर | गायक - के के, वसुंधरा दासी | संगीत - अनु मलिक | फ़िल्म - मैं हूं ना | वर्ष - 2004

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whats up?चलें जैसे हवायें सनन सनन
उड़ें जैसे परिंदे गगन गगन
जायें तितलियां जैसे चमन चमन
यूंही घूमूं मैं भी मगन मगनमैं दीवानी दिल की रानी ग़म से अन्जानी
कब डर्ती ःऊं वो कर्ती हूं जो है ठानीचलें जैसे हवायें सनन सनन
उड़ें जैसे परिंदे गगन गगनwhats up?
say what?कोई रोके कोई आये
कित्ना भी मुझ को सम्झाये
मैं ना Sउनूं गी कभी
अप्नी हि धुन मैं रह्ती ःऊं
मैं पग्ली हूं मैं ज़िद्दी हूं
कह्ते हैं ये तो सभी
कोई नहीं जाना
के अर्मान क्या है मेराचलें जैसे हवायें सनन सनन
उड़ें जैसे परिंदे गगन गगन
जायें तितलियां जैसे चमन चमन
यूंही घूमूं मैं भी मगन मगनमैं दीवानी दिल की रानी ग़म से अन्जानी
कब डर्ती ःऊं वो कर्ती हूं जो है ठानीचलें जैसे हवायें सनन सनन
उड़ें जैसे परिंदे गगन गगनआये हसीना ये तो आये
मुझ को दिखाने अपनी अदायें
मैं भी कुछ कम नहीं, यह
आंखों में आंखें जो डालूं
दिल मैं चुरालूं होश चुरालूं
कोई हो कित्ना हसीं
मेरा हो ग्या वो
जो इक बार मुझ से मिलाचलें जैसे हवायें सनन सनन
उड़ें जैसे परिंदे गगन गगन
जायें भँवरे जैसे चमन चमन
यूंही घूमूं मैं भी मगन मगनमैं दीवाना मैं अन्जाना ग़म से बेगाना
हूं आवारा लेकिन प्यारा सब ने मानाचलें जैसे हवायें सनन सनन
उड़ें जैसे परिंदे गगन गगन
जायें भँवरे जैसे चमन चमन
यूंही घूमूं मैं भी मगन मगनचलें जैसे हवायें सनन सनन
उड़ें जैसे परिंदे गगन गगन