जब अपना बे - The Indic Lyrics Database

जब अपना बे

गीतकार - | गायक - सुरेंद्र नाथ | संगीत - हरबंसलाल-अमरनाथ | फ़िल्म - नागन | वर्ष - 1940s

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जब अपना बेगाना हो जाये
टूट दिल जाये
फिर निकले हाय-हाय
अँखियाँ नीर बहायेंजब अपना बेगाना हो जाये
टूट दिल जायेहर रोज़ मुसीबत आती है -२
इक नई ही आफ़त लाती है -२
ग़म खायें तो आख़िर कब तक
कब तक ठोकर खायेंअँखियाँ नीर बहायें
जब अपना बेगाना हो जाये
टूट दिल जायेहम जिनके थे जो हमारे हैं -२
दुख-दर्द के वो भी मारे हैं -२
कोई ऐसी सूरत बन जाये
हम दोनों ही मिल जायेंअँखियाँ नीर बहायें
जब अपना बेगाना हो जाये
टूट दिल जाये