कहिये कहां से आना हुआ: - The Indic Lyrics Database

कहिये कहां से आना हुआ:

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - लता मंगेशकर, आशा भोंसले, किशोर कुमार, भूपिंदर | संगीत - आर डी बर्मन | फ़िल्म - हीरालाल पन्नालाल | वर्ष - 1978

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हे.. कहिये कहाँ से आना हुआ
चेहरा तो है पहचाना हुआहे.. कहिये कहाँ से आना हुआ
चेहरा तो है पहचाना हुआहो सोचिये नई बात कोई
अब ये मज़ाक पुराना हुआवो सुहाना मिलन
प्यार की वो लगन
भूल गये क्या सनमतर्रम पर्रम पर्रम पमकहिये कहाँ से आना हुआ
Bहुपिन्देर:
चेहरा तो है पहचाना हुआहो सोचिये नई बात कोई
अब ये मज़ाक पुराना हुआवो सुहाना मिलन
प्यार की वो लगन
भूल गये क्या सनमयाद अब आया रे हाँ
आगरे की कुंज गलियाँपर प, पर प, पर प, पर पयाद अब आया रे हाँ
आगरे की कुंज गलियाँपीछे-पीछे लड़कों की फ़ौज
आगे-आगे तुम मेरी जाँफिर लगे थे गले, ताजमहल तले, भूल गये क्या सनमतर्रम पर्रम पर्रम पम
कहिये कहाँ से आना हुआ
चेहरा तो है पहचाना हुआहो सोचिए नई बात कोई
अब ये मज़ाक पुराना हुआआइने में कभी, देख लेते छबी
भूल गये क्या सनमव व, व व, व व वोव
व व, व व, व व वोव
व व, व व, व व वोवयाद है सावन की रुमझुम
जब थे मेरे प्यार में गुमप र प, प र प, प र प, प र पयाद है सावन की रुमझुम
जब थे मेरे प्यार में गुममार के ठोकर अपनों को
घर से भाग लिये थे तुमफिर हमारी छड़ी, यार ऐसी पड़ी
भूल गये क्या सनमतर्रम पर्रम पर्रम पमकहिये कहाँ से आना हुआत र रचेहरा तो है पहचाना हुआल ल ल
हो सोचिये नई बात कोई
अब ये मज़ाक पुराना हुआल ल ल ल ल ल
ल ल ल ल ल ल
ल ल ल ल ल ल लतर्रम पर्रम पर्रम पमकहिये कहाँ से आना हुआ
चेहरा तो है पहचाना हुआअरे अरे ये तो असली टपक पड़ीकहिये कहाँ से आना हुआ
चेहरा तो है पहचाना हुआहुक्क हुअ, हुक्क हुअ, हु हु हुका हुअ