बागान में फूल किसान खिलाए हैं - The Indic Lyrics Database

बागान में फूल किसान खिलाए हैं

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - मोहम्मद रफ़ी, लता मंगेशकर | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - नाइट इन लंदन | वर्ष - 1967

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ल : बाग़ों में फूल किसने खिलाए हैं
र : मैने तो नहीं मैने तो नहीं
ल : चोर कौन तारे किसने चुराए हैं
र : मैने तो नहीं मैने तो नहीं तौबाल : तौबा का सवाल क्या तौबा मैने की नहीं
र : कैसा ये सुरूर है मैने पी है जी नहीं
फिर मेरे होश किसने उड़ाए हैं
र : मैने तो नहीं मैने तो नहींल : आख़िर इस जहान में होती है ये बात क्यों
दो और दो जमा करें तो बनते नहीं पाँच क्यों
दो और दो चार किसने बनाए हैं
र : मैने तो नहीं मैने तो नहींल : ये जो दिल के साज़ थे वो तो बे-आवाज़ थे
तेरे मेरे प्यार के अफ़साने तो राज़ थे
राज़ सबको ये किसने बताए हैं
तूने तो नहीं तूने तो नहीं
र : मैने तो नहीं मैने तो नहीं