तेरी आवाज़ की जादुगरी से - The Indic Lyrics Database

तेरी आवाज़ की जादुगरी से

गीतकार - प्रेम वारबर्टानी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - सपन-जगमोहन | फ़िल्म - तेरी तलाश में | वर्ष - 1968

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तेरी आवाज़ की जादूगरी से न जाने किस जहाँ में खो गया हूँ
जहाँ में खो गया हूँ
इसी आवाज़ से चौंका था लेकिन इसी आवाज़ में गुम हो गया हूँ
जहाँ में खो गया हूँ
तेरी आवाज़ की जादूगरी सेआजा के दिन ढले, तारों से जा मिले, सपनों के सिलसिले
साँसों के साज़ पर, नग़मा वही सुना, लग जा मेरे गले
तेरी आवाज़ की जादूगरी से न जाने किस जहाँ में खो गया हूँ
जहाँ में खो गया हूँ
तेरी आवाज़ की जादूगरी सेले रात हो गई, वो देख मिल गया, धरती से आसमाँ
आजा के इस घड़ी, ज़ख़्मों की आग से, उठने लगा धुआँ
तेरी आवाज़ की जादूगरी से न जाने किस जहाँ में खो गया हूँ
जहाँ में खो गया हूँ
तेरी आवाज़ की जादूगरी से