अकेले ही अकेले चल है कहां - The Indic Lyrics Database

अकेले ही अकेले चल है कहां

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - कल्याणजी, आनंदजी | फ़िल्म - गोपी | वर्ष - 1970

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अकेले ही अकेले चला है कहाँ
कहेगा क्या कहेगा ये मौसम जवाँ
ना जा ना जा हो आजा आजा ओ राही अलबेले
हमसफ़र भी कोई साथ ले-लेदूर पर्वत पे क्यूँ एक बदली झुकी
क्यूँ पवन चलते-चलते चमन में रुकी
एक तनहा कली से ये क्यूँ कह गई
अकेले ही अकेले ...ठण्डी-ठण्डी हवाओं की बात मान ले
क्यूँ नज़ारे तुझे रोके ये राज़ जान ले
कौन देता आवाज़ पहचान ले
अकेले ही अकेले ...