राम नाम धन पाया मैंने - The Indic Lyrics Database

राम नाम धन पाया मैंने

गीतकार - पं सुदर्शन | गायक - मेनका (शिरोडकर) | संगीत - सरस्वती देवी, रफीक गजनवी | फ़िल्म - पृथ्वी वल्लभ | वर्ष - 1943

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रात रंगीली मस्त नज़ारे

रात रंगीली मस्त नज़ारे

र : गीत सुनायें चाँदसितारे

दो : रात रंगीली

ल : ओ ओ ओ

आज लुटा के

आज लुटा के प्यार पे तनमन

अपनी वफ़ा का नाम करेंगे

प्यार का दिल में रंग भरेंगे

र : छोड़ के ये दुखदर्द की दुनिया

नया नगर आबाद करेंगे

जीवन को आज़ाद करेंगे

दो : हमतुम दोनों प्यार के मारे

मस्त नज़ारे

ल : रात रंगीली मस्त नज़ारे

र : गीत सुनायें चाँदसितारे

दो : रात रंगीली

र : आओ

आओ चलें आकाश पे हमतुम

चाँद की नगरी में छुप जायें

दुनिया वाले देख ना पायें

ल : नाचनाच के ताल पे मन की

नाचनाच के

नाचनाच के ताल पे मन की

अपनाअपना राग सुनायें

दिल से दिल के तार मिलायें

दो : धुन भी निराली बोल भी प्यारे

मस्त नज़ारे

रात रंगीली