रुक जा ऐ दिल दिवाने पुच्छुँ तो मैं जरा - The Indic Lyrics Database

रुक जा ऐ दिल दिवाने पुच्छुँ तो मैं जरा

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - उदित नारायण | संगीत - जतिन, ललित | फ़िल्म - दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे | वर्ष - 1995

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रुक जा ओ दिल दीवाने, पूछूँ तो मैं ज़रा
लड़की है या है जादू, ख़ुशबू है या नशा
हा रुक जा ओ दिल दीवाने, पूछूँ तो मैं ज़रा
अरे लड़की है या है जादू, ख़ुशबू है या नशा
पास वो आये तो, छू के मैं देखूँ ज़रा
रुक जा ओ दिल दीवाने, पूछूँ तो मैं ज़रादेखे वो इधर, हँस के बेख़बर
थाम के दिल हम खड़े हैं
गुम-सुम सी नज़र, उसकी है मगर
होंठों पे शिक़वे बड़े हैं
बात बन जाये तो, मैं बात छेड़ूँ ज़रा
रुक जा ओ दिल दीवाने, पूछूँ तो मैं ज़रा
लड़की है या है जादू, ख़ुशबू है या नशाशरमा वो गयी, घबरा वो गयी
मैं ने जो उसको पुकारा
ये दिल ले लिया, उसने कर दिया
आँखों ही आँखों में इशारा
जान भी जाये तो ग़म मैं करूँ न ज़रा
रुक जा ओ दिल दीवाने, पूछूँ तो मैं ज़रा
लड़की है या है जादू, ख़ुशबू है या नशामहफ़िल में हसीं, तू ही तो नहीं
रूठी तू किसलिये अकेली
जिसपे यूँ फ़िदा, ये दिल हो गया
वो तो है तेरी इक सहेली
मान वो जाये तो, बाँहों में ले लूँ ज़रा
रुक जा ओ दिल दीवाने, पूछूँ तो मैं ज़रा
अरे लड़की है या है जादू, ख़ुशबू है या नशा
पास वो आये तो, छू के मैं देखूँ ज़रा