राखी का आया त्योहार सखी राखी का आया त्योहार - The Indic Lyrics Database

राखी का आया त्योहार सखी राखी का आया त्योहार

गीतकार - सरशर सैलानी | गायक - शमशाद | संगीत - हुस्नलाल -भगतराम | फ़िल्म - राखी | वर्ष - 1949

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रात की दलदल है गाढ़ी रे गाढ़ी रे

रात की दलदल है गाढ़ी रे गाढ़ी रे

धड़कन की चले कैसे गाड़ी रे गाड़ी रे

सहमीं सहमीं हैं दिशाएं जैसे कुछ खोने को है

साँस रोके हैं हवाएं जाने क्या होने को है

मौत छुपी झाड़ीझाड़ी रे झाड़ी रे

दिल के आँगन में हैं फैले साये कैसे ख़ौफ़ के

रो रहे हैं यूँ अँधेरे काँप जाए जो सुने

डूबी समय की है नाड़ी रे नाड़ी रे