इतने दूर हैं हुज़ूर कैसे मुलाकात हो - The Indic Lyrics Database

इतने दूर हैं हुज़ूर कैसे मुलाकात हो

गीतकार - कमर जलालाबादी | गायक - सुरिंदर कौर | संगीत - हुस्नलाल -भगतराम | फ़िल्म - प्यार की जीत | वर्ष - 1948

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जब से चले गये हैं वो ज़िंदगी ज़िंदगी नहीं

जब से चले गये हैं वो ज़िंदगी ज़िंदगी नहीं

साज़ है और सदा नहीं शम्मा है रोशनी नहीं

छोड़ के मुझको चल दिये ये भी नहीं किया ख़याल

उनके सिवा जहान में और मेरा कोई नहीं

जब से चले गये हैं वो ज़िंदगी ज़िंदगी नहीं

सारे जहाँ की रौनकें जैसे किसी ने लूट लीं

फूल है ताज़गी नहीं चाँद है चाँदनी नहीं

जब से चले गये हैं वो ज़िंदगी ज़िंदगी नहीं

जीने को जी रही हूँ मैं उनके बगैर भी अगर

ज़िंदगी कह सकूँ जिसे ऐसी तो ज़िंदगी नहीं

जब से चले गये हैं वो ज़िंदगी ज़िंदगी नहीं

साज़ है और सदा नहीं शम्मा है रोशनी नहीं