मुहब्बत तर्क की मैं ने - The Indic Lyrics Database

मुहब्बत तर्क की मैं ने

गीतकार - साहिर | गायक - तलत | संगीत - अनिल बिस्वास | फ़िल्म - दोराहा: | वर्ष - 1952

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मुहब्बत तर्क की मैं ने गरेबाँ सी लिया मैं ने
ज़माने अब तो खुश हो ज़हर ये भी पी लिया मैं ने
अभी ज़िन्दा हूँ लेकिन सोचता रहता हूँ ये दिल में
कि अब तक किस तमना के सहारे जी लिया मैं ने
तुझे अपना नहीं सकता मगर इतना भी क्या कम है
कि कुछ घड़ियाँ तेरे ख़्वाबों में खोकर जी लिया मैं ने
बस अब तो मेरा दामन छोड़ दो बेकार उम्मीदों
बहुत दुख सह लिये मैं ने बहुत दिन जी लिया मैं ने