गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - स्नेहा पंत, कमाल खान | संगीत - राजेश रोशन | फ़िल्म - ना तुम जानो ना हम | वर्ष - 2002
View in Romanजा सनम मुझ को है प्यार पे ऐतबार
मैं करूँगी तेरा इन्तज़ार
मैं इतनी दूर चला जाऊँगा
तुझे याद भी ना आऊँगा
ये बात और है जानम के तुझे मैं भूल ना पाऊँगाजा सनम मुझ को है प्यार पे ऐतबार
जा मगर मुड़ के तू देख ले एक बार
मैं करूँगी तेरा इन्तज़ार ...तुम से ही थी मेरी ज़िंदगी लेकिन ये क्या हुआ
तुम बिन भी मैं जी रहा हूँ मैं कैसा हूँ बेवफ़ा
जा सनम आएगी फिर लौट के ये बहार
मैं करूँगी तेरा इन्तज़ार ...शायद कभी कहीं तुम्हें मेरी मिले ख़बर
कर लेना याद बस मुझे मुमकिन हो ये अगर
जा सनम तेरे साथ मेरी जान है मेरे यार
मैं करूँगी तेरा इन्तज़ार ...