राजाबेटी, केकराला गूंथलू तू रचिरचि - The Indic Lyrics Database

राजाबेटी, केकराला गूंथलू तू रचिरचि

गीतकार - पं नटवारी | गायक - असित बरन मुखर्जी, महिला स्वर (इंद्राणी रॉय?) | संगीत - आर सी बोराल | फ़िल्म - सौगंध | वर्ष - 1942

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रानी खोल दे अपने दुआर

रानी खोल दे अपने दुआर

मिलने का दिन आ गया आ गया

कर ले नयनों से नयना तू चार

मिलने का दिन आ गया आ गया आ गया

सु : लाज की मारी मैं न बोलूँ

प्रीत के घूँघट को न खोलूँ

सै : क्यूँ

सु : क्या जानूँ क्यूँ

आज मानूँ बलमवा मैं हार

दिल मेरा घबरा गया

सै : कर ले नयनों से नयना तू चार

मिलने का दिन आ गया आ गया आ गया

सै : आज दिल में उठा है तूफ़ान

सु : बोलो क्यूँ

सै : आज तन में मेरे नाच रहे प्रान

सु : बोलो क्यूँ

सै : आज नसनस में छाया खुमार

सु : क्यूँ

सै : मिलने का दिन आ गया आ गया

कर ले नयनों से नयना तू चार

मिलने का दिन आ गया आ गया आ गया

सु : लाज की मारी मैं न बोलूँ

प्रीत के घूँघट को न खोलूँ

सै : क्यूँ

सु : क्या जानूँ क्यूँ

आज मानूँ बलमवा मैं हार

दिल मेरा घबरा गया

सै : कर ले नयनों से नयना तू चार

मिलने का दिन आ गया आ गया आ गया