कहीं ऐसा ना हो तुम अजनबी रहों में खो जाओ - The Indic Lyrics Database

कहीं ऐसा ना हो तुम अजनबी रहों में खो जाओ

गीतकार - नक्श लायलपुरी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - बृज भूषण | फ़िल्म - मिलाप | वर्ष - 1972

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कहीं ऐसा न हो तुम अजनबी राहों में खो जाओ
मेरे साथी मेरी आवाज़ के पीछे ( चले आओ ) -२परेशां ज़िन्दगी को आस का साहिल नज़र आए
मुझे फिर प्यार की खोई हुई मंज़िल नज़र आए
हवाओं में ज़रा तुम रेशमी आँचल को लहराओ
मेरे साथी मेरी ...न जाने कितनी बार आया गया मौसम बहारों का
मगर अब तक नहीं बदला मुक़द्दर बेक़रारों का
सभी ग़म दूर हो जाएं जो तुम इक बार मिल जाओ
मेरे साथी मेरी ...