दीवानों से ये मत पूछो, दीवानों पे क्या गुज़री है - The Indic Lyrics Database

दीवानों से ये मत पूछो, दीवानों पे क्या गुज़री है

गीतकार - कमर जलालाबादी | गायक - मुकेश | संगीत - कल्याणजी आनंदजी | फ़िल्म - उपकार | वर्ष - 1967

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दीवानों से ये मत पूछो, दीवानों पे क्या गुज़री है
हाँ उनके दिलों से ये पूछो, अरमानों पे क्या गुज़री है
औरों को पिलाते रहते हैं और खुद प्यासे रह जाते हैं
ये पीनेवाले क्या जाने, पैमानों पे क्या गुज़री है
मालिक ने बनाया इन्सां को, इन्सान मोहब्बत कर बैठा
वो उपर बैठा क्या जाने, इंसानों पे क्या गुज़री है