चल खेवा रे खेवा नैया खेवा - The Indic Lyrics Database

चल खेवा रे खेवा नैया खेवा

गीतकार - महबूब | गायक - सुखविंदर सिंह, रानू मुखर्जी | संगीत - ए आर रहमान | फ़िल्म - डोली सजा के रखना | वर्ष - 1998

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खेवा खेवा हो खेवा हो खेवाखेवा रे खेवा खेवा रे खेवा खेवा रे खेवा नैया रेचल खेवाअ रे खेवा खेवा रे खेवा खेवा रे खेवा नैया रेचल खेवा रे खेवा नैया खेवा मछली है सागर का मेवाऔर भी देगा देवा देवा मेवा देवाजल थल जल है चंचल मौजें ये बेकलकोशिश कर आगे चल बोले ये हर पल( चल खेवा रे खेवा नैया खेवा मछली है सागर का मेवा
और भी देगा देवा देवा मेवा देवा ) -२हमने सागर में खेला है मौत से आँख मिचोली -२इसने ही तो बताया है कीमत ज़िंदगी कीइसके जितने बड़े इरा.दे हैं फिरते नहीं हैं ज़ुबाँ से हममोती भी जैसे हैं दौलत इस सागर कीहिम्मत भी वैसे ही है दौलत अपने दिल कीसागर जितना गहरा उतना दिल अपनाखेवा रे खेवा रे नैया खेवा मछली है सागर का मेवा
और भी देगा देवा देवा मेवा देवा
चल खेवा रे खेवा रे नैया खेवा मछली है सागर का मेवा
और भी देगा देवा देवा मेवा देवाखेवा रे खेवा खेवा रे खेवा खेवा रे खेवा नैया रे
चल खेवा रे खेवा खेवा रे खेवा खेवा रे खेवा नैया रेइश्क़ भी है समंदर तो दिल की कश्ती चला दो -२साथी हम सा हसीं हो और माझी तुम सा जवाँ होफिर नीले-नीले अम्बर के साये में बहते जायें यहाँ-वहाँ हमडूबने मत देना तुम पर कश्ती अपने दिल कीतूफ़ाँ से टकरा लूँ उम्मीदें हों साहिल कीमुश्किल की सुन ही आसानी है साहिबा( चल खेवा रे खेवा रे नैया खेवा मछली है सागर का मेवा
और भी देगा देवा देवा मेवा देवा ) -२