इन्सान क्यों रोता है इन्सान - The Indic Lyrics Database

इन्सान क्यों रोता है इन्सान

गीतकार - डाॅ सफदर"आह" | गायक - सहगल | संगीत - लाल मोहम्मद | फ़िल्म - NA | वर्ष - 1946

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इतने दूर हैं हुज़ूर कैसे मुलाकात हो

इतने दूर हैं हुज़ूर कैसे मुलाकात हो

कुछ तुम चलो कुछ हम चलें

फिर दिल से दिल की बात हो

हमारे दिल की बात को कहे बग़ैर जान लो

अगर वह बात जान ली तो अर्ज है कि मान लो

हो चुपकेचुपके फ़ैसला और चोरीचोरी बात हो

नज़र सलाम कर चुकी ज़रा जवाब दीजिए

हुज़ूर हम हैं आपके न हमसे शर्म कीजिए

तुम हाँ कहो हम हाँ कहें

फिर दिल से दिल की बात हो

इतने दूर हैं