दीवाना कर रहा है तेरा रूप सुनहरा - The Indic Lyrics Database

दीवाना कर रहा है तेरा रूप सुनहरा

गीतकार - Nil | गायक - जावेद अली | संगीत - Nil | फ़िल्म - राज़ ३ | वर्ष - 2012

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तेरी बाँहों में मिली
ऐसी राहत सी मुझे
हो गई जान-ए-जहां
तेरी आदत सी मुझे
देखूँ मैं जब तुझको तो
तब मेरा दिन ये ढ़ले
दीवाना कर रहा है तेरा रूप सुनहरा
मुसलसल खल रहा है मुझको अब ये सहरा
बता अब जाएँ तो जाएँ कहाँ
दर्द का आलम है हरदम
तेरे बिन ओ मेरे हमदम
आँखों में दिखती है मायुसियाँ
जहाँ भी जाऊँ तेरे बिन
बड़ी मुश्किल से गुज़रे दिन
चुभती है दिल को तेरी खामोशियाँ
राज़ गहरा जो है तेरा
डर है कैसा तू है मेरा
धुल गए दिल के सारे ग़म
ख़ुशी से आँखें हैं ये नम
ज़िन्दगी में तू मेरी जब से आ गया
दिल का अरमान बना है तू
मेरी पहचान बना है तू
साँसों में रूह बन के तू समा गया
जां भी तेरी दिल भी तेरा
तुझसे है मेरा सवेरा