कुछ से मेरे दिल मन हो रह हैं - The Indic Lyrics Database

कुछ से मेरे दिल मन हो रह हैं

गीतकार - समीर | गायक - | संगीत - आनंद, मिलिंद | फ़िल्म - आंटी नंबर 1 | वर्ष - 1998

View in Roman

कुछ कुछ कुछ कुछ
कुछ तो मेरे दिल में हो रहा है
कहीं दर्द सा उठा कहीं प्यास है जगी कहीं आग लगी है सजना
कुछ तो मेरे दिल ...थोड़ा सा होश है थोड़ा ख्याल है कैसा कैसा लगता है
पूछो ना दिलरुबा मेरा क्या हाल है ऐसा वैसा लगता है
तूने छुआ जो जान-ए-मन आने लगा मज़ा ऐसा
लगा कि सहरा पे छाई कहीं घटा
कभी हो रही यहां कभी हो रही वहां
जाने पीर ये कहां है सजना
कुछ तो मेरे दिल ...मैं भी जवान हूँ तू भी जवान है मौसम भी मतवाला है
मेरे नसीब आ मेरे करीब आ कब से खुद को स.म्भाला है
देखा तुझे तो दिलजानी आशिक़ बना तेरा
तेरे लिए मेरे दिलबर गोरा बदन मेरा
मेरी नींद खो गई मेरा चैन खो गया
मुझे प्यार हो गया है सजना
कुछ तो मेरे दिल ...