मुहब्बत में तड़पने से - The Indic Lyrics Database

मुहब्बत में तड़पने से

गीतकार - एस. एच. बिहारी | गायक - लता | संगीत - हेमंत कुमार | फ़िल्म - हिल स्टेशन | वर्ष - 1957

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मुहब्बत में तड़पने से क़रार आता है इस दिल को
जो ज़ालिम दिल को तड़पाये वही भाता है इस दिल को
ख़ुशी की ज़िन्दगी में ग़म अगर थोड़ा सा शामिल हो
तो सच मानो के जीने का मज़ा आता है इस दिल को
भुलाना भी अगर चाहो तो वो भूला नहीं जाता
कोई तो बात है ऐसी जो याद आता है इस दिल को
अकेली शम्मा कब जलती है परवाना भी जलता है
वो ख़ुद भी तो तड़पता है जो तड़पाता है इस दिल को