आओ मनाएँ जश्न-ए-मोहब्बत - The Indic Lyrics Database

आओ मनाएँ जश्न-ए-मोहब्बत

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - लता - किशोर | संगीत - राजेश रोशन | फ़िल्म - दूसरा आदमी | वर्ष - 1977

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आओ मनाएँ जश्न-ए-मोहब्बत
जाम उठाएँ जाम के बाद
शाम से पहले कौन ये सोचे
क्या होना है शाम के बाद
हमारी तमन्ना तुम्हें प्यार करना
हमें और करना क्या
मोहब्बत में रुसवा हुए भी तो क्या है
दुनिया से डरना क्या
आगे कोई इल्ज़ाम नहीं है
चाहत के इल्ज़ाम के बाद
ये आलम है जैसे उड़ा जा रहा हूँ तुम्हें लेके बाहों में
तुम्हारे लबों से हमारे लबों तक नहीं कोई राहों में
कैसे कोई अब दिल को सम्भाले इतने हसीं पैगाम के बाद