गीतकार - जिगर बिसवानी | गायक - गुलाम अली | संगीत - रफीक हुसैन | फ़िल्म - सादगी (गैर-फिल्म) | वर्ष - 1997
View in Romanदिल में किसी के राह किये जा रहा हूँ मैं
कितना हसीं गुनाह किये जा रहा हूँ मैंगुलशन-परस्त हूँ मुझे गुल ही नहीं अजीज़
काँटों से भी निबाह किये जा रहा हूँ मैंयूँ ज़िंदगी गुज़ार रहा हूँ तेरे बग़ैर
जैसे कोई गुनाह किये जा रहा हूँ मैंन मय की आरज़ू है न साक़ी से कोई काम
आँखों से मस्त जाम पिये जा रहा हूँ मैं