कोई पट्टा भी हिला खिंच लाया है तेरा प्यार - The Indic Lyrics Database

कोई पट्टा भी हिला खिंच लाया है तेरा प्यार

गीतकार - एस एच बिहारी | गायक - कविता कृष्णमूर्ति, मोहम्मद अज़ीज़ | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - जनम जनम | वर्ष - 1988

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कोई पत्ता भी हिला तो ये समझा के तू है शायद
यूं तेरी राहों में आँखों को बिछा रखा हैज़ुल्म दुनिया के सहे मुंह से मगर उफ़ न किया
यूं तेरे प्यार को सीने में छिपा रखा हैखींच लाया है तेरा प्यार चले आए हैं
तोड़ के दुनिया की दीवार चले आए हैं
खींच लाया है ...ज़िंदगी अब तेरी चाहत के सिवा कुछ भी नहीं
तेरी पूजा मुहब्बत के सिवा कुछ भी नहीं
आज करने यही इकरार चले आए हैं
खींच लाया है ...उम्र जितनी भी है बाकी तेरी चाहत में कटे
तेरे चेहरे से नज़र प्यार की इक पल ना हटे
हम तेरी दुनिया में ऐ यार चले आए हैं
खींच लाया है ...रोक ले जो हमको ऐसा कोई तूफ़ान नहीं
प्यार की दुनिया मिटाना कोई आसान नहीं
हम ना मानेंगे कभी हार चले आए हैं
खींच लाया है ...