धनक में चंद नहाया तो तेरी याद आई - The Indic Lyrics Database

धनक में चंद नहाया तो तेरी याद आई

गीतकार - फरहत शहजाद, खालिद शरीफ | गायक - गुलाम अली | संगीत - रफीक हुसैन | फ़िल्म - दिल्लगी (गैर-फिल्म) | वर्ष - 1993

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धनक में चाँद नहाया तो तेरी याद आई
नशा शराब का छाया तो तेरी याद आईमेरे लहू में तेरे ख़ाब रक्स करते रहे
मुझे जो साँस भी आया तो तेरी याद आईघटे जो दिन के उजाले तो दम घुटा मेरा
बढ़ा जो शाम का साया तो तेरी याद आईमैं तुझको हार चला था गये ज़माने को
ख़ुशी ने दिल जो दुखाया तो तेरी याद आईकिसी को चोट लगी जब भी दिल मेरा तड़पा
कोई किसी ने सताया तो तेरी याद आईकिसे बताऊँ के गुज़री है ज़िंदगी कैसे
जहाँ में कोई भी भाया तो तेरी याद आई