देखो जी देखो मिठी अदा से - The Indic Lyrics Database

देखो जी देखो मिठी अदा से

गीतकार - जान निसार अख्तर | गायक - गीता, रफी | संगीत - ओपी नैय्यर | फ़िल्म - माई बाप | वर्ष - 1957

View in Roman

देखो जी देखो मिठी अदा से
जलनेवाले जले अपनी बला से

कहती है इक कहानी
ये आरज़ू दिवानी
करते हैं कुछ इशारें
लौत कर के ये जवानी
दामन बचाके जायें
रातें न अब सुहानी
देखो जी देखो ...

वादे किये तो टाले
अर्माँ न कुछ निकाले
गुज़रा है एक ज़माना
बाहें गले मे डाले
देखो न भूल जाना
ये दिन है जानेवाले
देखो जी देखो ...

र: दुनिया का हम को डर क्या
देखे इधर उधर क्या
हम है तुझ पे दिवाने
अपनी हम को ख़बर क्या
बोलो सिवा तुम्हारे
आये हमे नज़र क्या
देखो जी देखो मिठी अदा से
जलनेवाले जले अपनी बला से

र/गी: देखो जी देखो मिठी अदा से
जलनेवाले जले अपनी बला से$