हो हो हो चाँदनी रात है - The Indic Lyrics Database

हो हो हो चाँदनी रात है

गीतकार - डी एन मधोकी | गायक - सुरैया | संगीत - नरेश भट्टाचार्य | फ़िल्म - NA | वर्ष - 1947

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इक बेवफ़ा की याद ने

तड़पा के मार डाला

हाय

तड़पा के मार डाला

इक बेवफ़ा की याद ने

पैमाना ज़िन्दगी का मेरी

ग़म से भर दिया

ऐ दिल तेरा बुरा हो

ये क्या तूने कर दिया

मुझको मेरे नसीब से

टकरा के मार डाला

हाय

टड़पा के मार डाला

इक बेवफ़ा की याद ने

तड़पा के मार डाला

हाय

तड़पा के मार डाला

इक बेवफ़ा की याद ने

बदनाम हाय मुफ़्त में

क़िसमत का नाम था

जो कुछ किया है तुमने

तुम्हारा ही काम था

पहले तो आये सामने

फिर जा के मार डाला

हाय

टड़पा के मार डाला

इक बेवफ़ा की याद ने

तड़पा के मार डाला

हाय

तड़पा के मार डाला

इक बेवफ़ा की याद ने

सोचा था घर बसायेंगे

अपना ख़ुशीख़ुशी

सुखचैन से बीतायेंगे

दो दिन की ज़िन्दगी

हमको इसी ख़याल ने

बहका के मार डाला

हाय

टड़पा के मार डाला

इक बेवफ़ा की याद ने

तड़पा के मार डाला

हाय

तड़पा के मार डाला

इक बेवफ़ा की याद ने