फिर वही चाँद वही हम वही तन्हाई है - The Indic Lyrics Database

फिर वही चाँद वही हम वही तन्हाई है

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - लता, चितलकर | संगीत - सी रामचंद्र | फ़िल्म - बारिश | वर्ष - 1957

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फिर वही चाँद वही हम वही तन्हाई है
आज फिर दिल ने मोहब्बत की क़सम खाई है
फिर वही चाँद वही हम वही तन्हाई है
आज फिर दिल ने मोहब्बत की क़सम खाई है
फिर वही चाँद
दूर दुनिया से खैइं भीगी हुई रातों में
दो मोहब्बत भरे दिल गुम हैं हसीँ बातों में
दिल में जो बात है आँखों में चली आई है
आज फिर दिल ने मोहब्बत की क़सम खाई है
फिर वही चाँद
ये समुंदर का किनारा, है ये ख़ामोशी का समा
ये समुंदर का किनारा, है ये ख़ामोशी का समा
ये इक ख़ाब मोहब्बत का
इक ख़ाब मोहब्बत का है इस वक़्त जवाँ
न कोई डर है ज़माने का न रुसवाई है
आज फिर दिल ने मोहब्बत की क़सम खाई है
फिर वही चाँद वही हम वही तन्हाई है
आज फिर दिल ने मोहब्बत की क़सम खाई है
फिर वही चाँद