सबके रहते लगता है ऐसे कोई नहीं है मेरा - The Indic Lyrics Database

सबके रहते लगता है ऐसे कोई नहीं है मेरा

गीतकार - इन्दीवर | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - कल्याणजी, आनंदजी | फ़िल्म - समझौता | वर्ष - 1973

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सबके रहते लगता है ऐसे कोई नहीं है मेरा -२
सूरज को छूने निकला तो आया हाथ अँधेरा
कोई नहीं है मेरा -२
सबके रहते ...मेरी क़िस्मत में है ठोकर यूँ तो बहुत हैं सहारे -२
मेरे दिल का दीप बुझा तो फिर क्या चाँद-सितारे
( चन्दा वाली रात भी काली ) -२ काला है मेरा सवेरा
कोई नहीं है मेरा -२
सबके रहते ...जाने कहाँ ले के चली है मुझको समय की धारा -२
( टूटी नैया बिछड़े खिवैया ) -२ तूफ़ानों ने घेरा
कोई नहीं है मेरा -२
सबके रहते ...